रोहित संवाद पवन कुमार यादव
*दिसंबर माह में कामाख्या धाम में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह आयोजित हुआ था।*
*रुदौली/अयोध्या*: मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत सरकारी मंडपों में सात फेरे लेने वाली बेटियों के खातों में शादी के चार महीने बाद भी धनराशि नहीं पहुंची है। समाज कल्याण विभाग भले ही धनराशि बैंक में भेजने का दावा कर रहा हो, लेकिन बैंक से अभी तक लाभार्थियों के खाते में धनराशि नहीं पहुंची है।विधानसभा चुनाव से पहले दिसंबर माह में कामाख्या धाम में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह आयोजित हुआ था। रुदौली व मवई ब्लॉक सहित नगर पालिका क्षेत्र के लगभग 128 जोड़ों का विवाह हुआ था।
विवाह का सामान तो लाभार्थियों को मंडप में दे दिया गया, लेकिन धनराशि खाते में भेजने की बात कह कर उनको मंडप से विदा किया गया। जनवरी माह में आचार संहिता प्रभावी हो गयी, फिर धनराशि अटक गई। पूर्व प्रधान संघ अध्यक्ष रामप्रेस यादव ने यह मुद्दा उठाते हुए डीएम से शिकायत की। तब अप्रैल माह में आचार संहिता हटने के बाद समाज कल्याण विभाग ने बैंक ऑफ इंडिया शाखा दुल्लापुर के खाते में 44 लाख 80 हजार की धनराशि भेजी। बैंक को धनराशि मिलने के बाद भी बैंक ने अभी खातों में धनराशि नहीं भेजी।
फत्तापुर की आरती, भिटौरा की संगीता, पस्तामाफी की शिवानी, दफियापुर की सपना ने बताया कि सामान भी पूरा नहीं मिला और अभी तक खाते में धनराशि नहीं आई। बीडीओ अखिलेश गुप्त ने बताया कि ब्लॉक से बैंक को धनराशि भेजी जा चुकी है। बैंक ऑफ इंडिया शाखा दुल्लापुर के शाखा प्रबंधक विवेक कुमार ने बताया कि धनराशि बैंक आ गई है। एक्सेल शीट भी तैयार हो गई है। नेटवर्क समस्या के चलते अभी खातों में धनराशि हस्तांतरित नहीं हो पाई। जल्द ही खातों में धनराशि भेज दी जाएगी।