पासी समाज के नारों से गूंज उठा श्री नकर सेन स्वामी आश्रम

02 अप्रैल 2025 ।। रोहित संवाद : मान बहादुर सिंह 

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  1. बड़े ही हर्षोल्लास से मनाया गया पासी महाराजा गंगा बक्स रावत का विजय दिवस,
  2. मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे भारतीय पासी यूनियन (आराजनैतिक) के संस्थापक आचार्य राजित राम!

देवां बाराबंकी । बाराबंकी ब्लॉक देवा  के अंतर्गत , श्री नकर सेन स्वामी आश्रम देवकलिया में  महाराजा गंगा बक्स रावत जी की प्रतिमा पर फूलमाला अर्पित कर  का विजय दिवस से मनाया गया।आपको बता दें कि महाराजा गंगा बक्स रावत, तालुकेदार थे, जिन्होने 29 मार्च 1850 को अंग्रेजों को बहराइच जिले के कसीमगंज के पास भेंटई किले के युद्ध में हराया था,इस युद्ध में पासी राजा ने अंग्रेज सेनापति इल्डर टोन को मार गिराया था। जिसकी याद में पासी समाज हर साल 31 मार्च को विजय दिवस मनाता है।भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के संस्थापक आचार्य राजित राम ने बताया कि पासी समाज के वीर योद्धाओं की जाबाजी और फुर्तीलेपन का  इस युद्ध में विशेष महत्व था, इस युद्ध में अंग्रेजी सेवा के 19 सैनिक मारे गए थे और 57 लोग घायल हुए थे। वही पासी राजा के भेटई किले में 11 आदमी मरे थे और 19 घायल हुए थे।उसी  दौरान द ग्रेट सेना मिशन  के प्रदेश सचिव सूरज  पासी ने बताया कि पासी राजा गंगा बक्स रावत पासी वर्ग के अंतिम शासक थे उन्होंने अपने बेटे कुंवर रणजीत सिंह रावत के साथ में मिलकर कई बार अंग्रेजों को पराजित किया था। 28 फरवरी सन 1850 को अंग्रेज सेनापति एल्डर टोन ने उनके किले पर हमला किया , व राजा और उनके पुत्र ने न सिर्फ एल्डर टोन को मार गिराया था बल्कि कैप्टन ब्यालु  और मेजर विल्सन को भी भगा दिया था।उस मौके पर  द ग्रेट पासी सेना मिशन  के जिला अध्यक्ष श्रवण पासी ने कहा कि की पासी राजा गंगा बक्स रावत अवध में अंग्रेजों के सबसे बड़े दुश्मन थे, राजा गंगा बक्श रावत ने अपने चक्रव्यूह का इस्तेमाल किया था और गोरिल्ला युद्ध लड़ा था। और पासी समाज के अंतिम शासक थे जिन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ कई बार संघर्ष किया और उन्हें पराजित भी किया था।इस अवसर पर भारतीय पासी यूनियन आराजनैतिक के संस्थापक आचार्य राजित राम ,द ग्रेट पासी सेना मिशन के उत्तर प्रदेश सचिव सूरज पासी, जिला अध्यक्ष श्रवण पासी, अनिल पासी, संदीप पासी, (गायिका सुमन पासी ,शीला पासी, काजल पासी,) एडवोकेट रामदेव, पासी रामचंद्र पासी, रामकिशोर पासी, सरबजीत पासी, आसाराम पासी, राजाराम पासी, व्यवस्थापक अनुतेश पासी सहित  पासी समाज के वरिष्ठ सदस्य व महिलाएं बच्चे बुजुर्ग भी मौजूद रहे।

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